कुंभलगढ़ का किला (राजसमंद)
कुंभलगढ़ के किले का निर्माण 1443 से 1456 ई. तक हुआ था.
इसका निर्माण महाराणा कुंभा ने अपनी पत्नी कुम्भलदेवी की याद में कुंभलगढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया था
कुंभलगढ़ का किला अरावली की जरगा पहाड़ी पर स्थित है. कुंभलगढ़ के अंदर एक छोटा सा दुर्ग है. जिसका नाम कटारगढ़ है. वास्तुकार /शिल्पकार – मंडल
इस दूर के परकोटे की लंबाई 36 किलोमीटर है. जिसे भारत की महान दीवार कहते हैं. कटारगढ़ में कुंभा की हत्या उसके पुत्र उदा ने की थी. इसे मेवाड़ का पितृहन्ता कहते हैं. कटारगढ़ को मेवाड़ की आंख जाता है। प्रताप का जन्म कटार गढ़ कुंभलगढ़ में हुआ था।
नोट – 1.अब्दुल फजल ने कहा कि यह दुर्ग इतनी बुलंदी पर बना है कि नीचे से ऊपर देखने पर सिर की पगड़ी नीचे घिर जाती है.
2. कर्नल जेम्स टॉड ने कहा था कि ये दुर्ग सुदृढ़ बना होने के कारण इसकी तुलना ऐट्रास्काॅन से कि गई हैं।