कोयला(Coal), कोयला के प्रकार (types of coal)

 कोयला(Coal), कोयला के प्रकार (types of coal) –

कोयला(Coal), कोयला के प्रकार (types of coal) -म्रृत वनस्पति के धीमे प्रक्रम द्वारा कोयले में परिवर्तन को कार्बनिक करण कहते हैं. कोयला भूगर्भ में उच्च स्तर पर उच्च दाब के कारण यह जीवाश्म कोयले में परिवर्तित हो गए. कोयले में कार्बन व हाइड्रोजन के अतिरिक्त नाइट्रोजन, ऑक्सीजन तथा गंधक भी होती है.
कोयले के चार प्रकार होते – पीट, लिग्नाइट, बिट्टूमनी, एन्थ्रेसाइट

1.पीट- 

पीट कोयले में कार्बन की मात्रा 60% से कम होती है, 
 जीवाश्म की मात्रा अधिक होती है, 
यह धुआ अधिक परंतु ऊष्मा कम मात्रा में देता है,
 यह निम्न कोटि का कोयला होता है, 
इस कोयले की आद्रता अधिक होती है,
रंग – भूरे व भंगुर रंग का होता है,

2.लिग्नाइट- 

इस कोयले में कार्बन की मात्रा 67% होती है, 
इस कोयले में कास्ट कोशिका स्पष्ट दिखाई देती है, 
यह धुआ देता है, 
रंग – भूरे रंग का कोयला होता है

3.बिट्टूमनी- 

कार्बन की मात्रा 80% होती है यह पीली ज्वाला के साथ जलता है, धुआ कम देता, है वाष्पशील की मात्रा अधिक होती है, भारत में सर्वाधिक उपयोग में लिया जाने वाला कोयला बिट्टूमनी होता है, इसका उपयोग घरेलू कोयले में किया जाता है, 
रंग – काला चमकीला होता है

4.एन्थ्रेसाइट-

यह उच्च श्रेणी का कोयला होता है, कार्बन की मात्रा 90 से 98% होती है,  वाष्पशील पदार्थों की मात्रा इसमें कम पाई जाती है, 
नीली ज्वाला के साथ जलता है, अत्यधिक उष्मा देता है,

कोयला(Coal), कोयला के प्रकार (types of coal), पीट, लिग्नाइट, बिट्टूमनी, एन्थ्रेसाइट